संदेश

नीतीश कुमार की सुशासन का अद्भुत कमाल देखिये..पांच जनवरी २०११ से २३ मई तक सिर्फ भागलपुर और आसपास में दो सौ एकतीस हत्याएं हुयी...शेष बिहार का भगवान मालिक है..(आंकड़े -डाक्टर योगेन्द्र द्वारा संकलित अखबारों में छपी ख़बरों के शोध के आधार पर )

एक रिक्शेववाले को अपने काम के लिहाज़ से ४००० केलोरी की जरूरत होती है , लेकिन उनको मात्र 16oo केलोरी मिल पाता है. रिक्शावाला हमें हमारे घर तक पंहुचा देता है, फिर भी हम उन्हें पैसे देने में आनाकानी करते हैं . इतना ही नहीं , कभी उससे अछे से बात नही करते या यूँ कहें की हम रिक्शेवालों को इंसान ही नही समझते. दिल्ली में कोई कितनी भी करें रखे सर्कार को कोई मतलब नही पर कोई १ से अधिक रिक्शा नहीं रख सकता ..लिमिट है भाई दिल्ली में सिर्फ नब्बे हज़ार रिक्शा ही चल सकते है..

तुम मुझे काटोगे जितनी बार कोपलें फूटेगी उतनी बार, हर बार पहले से ज्यादा सीधी और तनी हुयी -शशि शंकर

बिहार के भागलपुर शहर में नाटक का मंचन करने आ रहे कलाकारों पर बख्तियारपुर रेलवे स्टेशन पर गुंडों का हमला महिला कलाकार समेत कई कलाकार गंभीर रूप से जख्मी हो गये . क्या इससे बिहार की छवि पर गलत असर नहीं पड़ता ? क्या सचमुच "बदल " रहा है बिहार? क्या साबित करता है ये वहशीपन ? आप क्या सोचते हैं?

इंटरसिटी में मध्यप्रदेश के कलाकारों पर हमला, डेढ़ दर्जन जख्मी

जेबकतरा दिखा गई हकीकत

आज कला केंद्र में आलय भागलपुर द्वारा मदन निर्देशित जेबकतरा का मंचन किया जायेगा. इस नाटक में अतुल, श्वेता भारती, रितेश, हिमांशु, दिवाकर सूरज, विक्रम और अतिथि भूमिका में ॐ सुधा होंगे.

अभिव्यक्ति के खतरे उठाने ही होंगे , तोड़ने ही होंगे मठ और गढ़ सब

दोस्तों ये ब्रह्मण आदमी नहीं होते चीज होते हैं..इनके बांस करने की भाषा भी इतनी शालीन होती है की पूछिए मत..भई , हम तो दीवाने हैं इनके ...हम तो मान गए , आप भी मान जाइये हा हा हा...जय हो जय ho

भ्रष्टाचार का खेल भारत में तिन्तासिया की तरह चलता है. इसके कई रूपक हैं..कई रंग हैं, कई चेहरे हैं, ये ताश के ऐसे खेल की तरह है जिसमे पत्ते तो बावन हैं पर भारी जोकर (राजनीती )ही पड़ता है. यदि बात अन्ना हजारे की करें शीबा दी तो इसमें आश्चर्य बिलकुल नही करना चाहिए..भारत वैसे भी "अवतार " का देश रहा है...याद कीजिये..यदा यदा ही.....कभी राम ने अवतार लिया तो कभी कृष्ण ने ....अब अन्ना हजारे हा हा ...और दोस्तों सचेत रहिये कहीं अरुंधती की भाषा बोलने लगे की उनकी तरह देशद्रोही करार दिए जाओगे या विनायक की तरह अन्दर...रंग बिरंगा पर्जातंतर