ये तो होना ही था । भारतीय न्याय के इतिहास में किसी आतंकवादी को इतनी जल्दी सजा मिल जाये। पहला मामला है शायद। पर अहम् सवाल है इस फैसले के क्या मायने हैं। कोई संध नहीं की कसब को जिन्दा पकरना भारत सरकार की एक बरी उपलब्धि रही। भारत सरकार ने कसाब का अंतर्राष्ट्रीय मंच पर कसाब की गिरफ्तारी का बखूबी फायदा भी उठाया। भारत बरसो से अंतर्राष्ट्रीय मंच पर पाकिस्तान की असलियत को दुनिया के सामने लेन का प्रयास करता रहा है। ये दीगर बात है की पाकिस्तान भी बलूचिस्तान के मामले में भारत को निचा दिखने की दुस्साहसिक नापाक कोशिश करता रहता है। मजे की बात यह है की कस्साब के मामले में भारत को अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर पाकिस्तान के खिलाफ जबरदस्त बढ़त मिली है.
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें
sujhawon aur shikayto ka is duniya me swagat hai