दोस्तों के साथ मस्ती सितंबर 05, 2010 लिंक पाएं Facebook Twitter Pinterest ईमेल दूसरे ऐप हर आदमी के जीवन में कई मोर आते हैं। पुराने दोस्त बिछरते हैं और नए दोस्त बनते हैं। आज पुराने दोस्तों से मिलकर बस मजा अ गया॥ इस तेज गति से दौरती जिंदगी का ये ठहराव अच्छा लगा टिप्पणियाँ Udan Tashtari5 सितंबर 2010 को 2:05 am बजे’र’ को अधिकतर जगह ’ड़’ कर लें...मसल..मोर=मोड़शुभकामनाएँजवाब देंहटाएंउत्तरजवाब देंटिप्पणी जोड़ेंज़्यादा लोड करें... एक टिप्पणी भेजें sujhawon aur shikayto ka is duniya me swagat hai
’र’ को अधिकतर जगह ’ड़’ कर लें...मसल..मोर=मोड़
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