आखिर आरक्षण का सही हकदार कौन है? वो जो आर्थिक सामाजिक रूप से पिछड़ा होते हुए भी सवर्ण होने की वजह से मान-सम्मान पता है या वो जो दो टूक रोटी के लिए मनुष्य होते हुए भी मनुष्य का मॉल-मूत्र अपने सर पर उठता है शादी ब्याह के अवसर पर कुत्ते को मिलने वाला खाना खाना है और सुअर्बदे में रात गुजरता है या जो चार मंत्र पढ़कर माल पुआ उडाता है? आपका क्या विचार है?
आखिर आरक्षण का सही हकदार कौन है? वो जो आर्थिक सामाजिक रूप से पिछड़ा होते हुए भी सवर्ण होने की वजह से मान-सम्मान पता है या वो जो दो टूक रोटी के लिए मनुष्य होते हुए भी मनुष्य का मॉल-मूत्र अपने सर पर उठता है शादी ब्याह के अवसर पर कुत्ते को मिलने वाला खाना खाना है और सुअर्बदे में रात गुजरता है या जो चार मंत्र पढ़कर माल पुआ उडाता है? आपका क्या विचार है?
उनके ख्याल से वो जो आर्थिक सामाजिक रूप से मजबूत है दबंग है .. जिन्होंने ८० % संसाधनों पर कब्जा जमा रखा है और सवर्ण होने की वजह से मान-सम्मान भी पाते है .. या उन लाल भुजक्कडो जो अपने मंत्रो को न खुद जानते है ना दुसरे जानते बस धर्म के नाम पर ठगना जानते है वे ही इस देश के अब मालिक है और उन्हें ही १००% आरक्षण मिलना चाहिए .. ..... ,,खैबर दर्रे से आये हुए लोगो को ही आरक्षण मिलना चाहिए .. ..अछूत और मूल निवासियों की तरक्की और बैभव देखकर तो ये सवाल खड़े करेगे ही ये लोग..
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