तुम मुझे काटोगे जितनी बार कोपलें फूटेगी उतनी बार, हर बार पहले से ज्यादा सीधी और तनी हुयी -शशि शंकर

खेल जारी-खेल जारी के साथ रंग निनाद का समापन

भागलपुर , बिहार का कला केंद्र बीते दिनों कई शानदार रंग प्रस्तुतियों का साक्षी रहा.  इन्टरनेट की पहुच से रंगमंच भी अछूता नहीं रहा. इसकी बानगी देखने को मिली भागलपुर के कला केंद्र में, जब एक वेबसाइट (bhagalpurciti.com) ने तीन दिवसीय नाट्य आयोजन "रंगनीनाद" के नाम से किया.  इसमें क्रमशः तीन चार नाटकों की प्रस्तुति हुयी. पहले दिन आले, भागलपुर ने जेबकतरे का मंचन युवा रंगकर्मी  शशिशंकर और मदन झा के निर्देशन में किया..वहीँ दुसरे दिन हबीब तनवीर की कालजयी कृति चरणदास चोर का मंचन जबलपुर के कलाकारों द्वारा किया गया. तीसरे दिन गौतम बुद्ध और लब्ध प्रतिष्ठित नाटककार राधाकांत सहाय की कृति खेल जारी- खेल जारी का मंचन किया गया ..विदित हो की भागलपुर आते समय रंगकर्मियों पर अपराधियों ने बख्तियारपुर स्टेशन पर हमला कर रंगकर्मियों को बुरी तरह घायल कर दिया था. इसके बावजूद  जबलपुर  के कलाकार नाटक के मंचन में तल्लीन दिखे..रंगकर्मी शशि शंकर के शब्दों में - तुम मुझे काटोगे जितनी बार कोपलें फूटेगी उतनी बार, हर बार पहले से ज्यादा सीधी और तनी हुयी 

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