दोस्तों, तमाशा देखने का समय ख़तम हो गया. दलितों के साथ हो रहे जुल्मतों के खिलाफ तानकर खड़ा होने का समय है. " क्या जुल्मतों के दौर में भी गीत गए जायेंगे? हाँ जुल्मतों के दौर के ही गीत गाये जायेंगे" याद रखो साथियों, इतिहास तमाशबीनों को याद नहीं रखता. " जो तटस्थ है , समय लिखेगा उसका भी इतिहास .
दोस्तों, तमाशा देखने का समय ख़तम हो गया. दलितों के साथ हो रहे जुल्मतों के खिलाफ तानकर खड़ा होने का समय है. " क्या जुल्मतों के दौर में भी गीत गए जायेंगे? हाँ जुल्मतों के दौर के ही गीत गाये जायेंगे" याद रखो साथियों, इतिहास तमाशबीनों को याद नहीं रखता. " जो तटस्थ है , समय लिखेगा उसका भी इतिहास .
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