जंजीर की हलक में डाल दी है मैंने जुबां अब आदमी नहीं जंजीर ही सुनाएगी दास्तान

जंजीर की हलक में डाल दी है मैंने जुबां
अब आदमी नहीं जंजीर ही सुनाएगी दास्तान 

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