ये घर है शाहबानो का .घर के दरवाजे पर बहता नाला , टूटा-फूटा बिना दरवाजे के घर, चूल्हा है मगर जलता नहीं है. पेट है, भूख भी भी है, पर रोटी नहीं है. बीडी में तम्बाकू भरते हुए कब दम और टीबी हो गया पता ही नहीं चला. ये दास्ताँ है भागलपुर के बीडी मजदूरों की . पिछले दिनों शोध के सिलसिले में जाने का मौका मिला. आप भी बीडी मजदूर का घर देखिये
ये घर है शाहबानो का .घर के दरवाजे पर बहता नाला , टूटा-फूटा बिना दरवाजे के घर, चूल्हा है मगर जलता नहीं है. पेट है, भूख भी भी है, पर रोटी नहीं है.योजनायें हैं पर कागजों पर बीडी में तम्बाकू भरते हुए कब दमा और टीबी हो गया पता ही नहीं चला. ये दास्ताँ है भागलपुर के बीडी मजदूरों की . पिछले दिनों शोध के सिलसिले में जाने का मौका मिला. आप भी बीडी मजदूर का घर देखिये
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