आस्तिकों से कुछ सामान्य सवाल पूछना है... आप कहते हैं की इश्वर सर्वशक्तिमान है. इश्वर की इच्छा के बिना इस सृष्टि में पता भी नहीं हिलता. इस दुनिया में जो भी कुछ हो रहा है उसमे इश्वर की सहमती है. यदि किसी के साथ कुछ अचा हो रहा है इसका मतलब मुझे समझाया गया है की उसने पिछले जनम में ज़रूर कुछ अछे काम किये होंगे, वहीँ उसके उलट बुरा होने पर कहा जाता है की पिछले जनम के कुकर्मों का फल है. यही बात मेरी समझ में नहीं आती..
एक पांच साल की बच्ची ने पता नहीं पिछले जनम में कौन से कुकर्म किये होंगे जो इस जनम में " सर्व शक्तिमान" भगवान् ने उस मासूम को इतनी भयानक सजा दे दी? यदि ये इश्वर की जानकारी के बिना हुआ है, इसका मतलब है की कुछ सूचनाएँ इश्वर के पास नहीं पहुच पाती कहीं न कहीं कम्युनिकेशन गैप है..यदि इश्वर को पता था की ऐसा कुछ होने वाला है या हो रहा है , और वो चाहकर भी नहीं रोक पाया इसका मतलब है की इश्वर या तो शक्तिहीन है या उसकी शक्तियां सिमित हैं? यदि इश्वर ने उस पांच साल की मासूम को कोई सजा दी है तो आपके " सर्वशक्तिमान " इश्वर के साथ साथ आपको भी मेरा प्रणाम...
एक पांच साल की बच्ची ने पता नहीं पिछले जनम में कौन से कुकर्म किये होंगे जो इस जनम में " सर्व शक्तिमान" भगवान् ने उस मासूम को इतनी भयानक सजा दे दी? यदि ये इश्वर की जानकारी के बिना हुआ है, इसका मतलब है की कुछ सूचनाएँ इश्वर के पास नहीं पहुच पाती कहीं न कहीं कम्युनिकेशन गैप है..यदि इश्वर को पता था की ऐसा कुछ होने वाला है या हो रहा है , और वो चाहकर भी नहीं रोक पाया इसका मतलब है की इश्वर या तो शक्तिहीन है या उसकी शक्तियां सिमित हैं? यदि इश्वर ने उस पांच साल की मासूम को कोई सजा दी है तो आपके " सर्वशक्तिमान " इश्वर के साथ साथ आपको भी मेरा प्रणाम...
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