#दलित_भूमिहीन_महिलाओं_पर_बर्बर_लाठीचार्ज का आज एक माह पूरा हुआ..
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भागलपुर कलक्ट्रियेट में पिछले 8 दिसम्बर को भूमिहीन दलित भूमिहीन महिलाओं पर हुए बर्बर पुलिसिया दमन के दोषी पदाधिकारियों को बचा रही है नीतीश सरकार : #न्याय_मंच एवं #जनसंसद ने भागलपुर में प्रेस कन्फ्रेंस में लगाया यह आरोप.
नेताओं ने कहा कि नीतीश-लालू राज में गरीबों-दलितों की केवल बातें ही होती रही है। पिछले 27 साल से लालू-नीतीश के सत्ता में रहते हुए बिहार में न तो भूमिसुधार लागू हुआ और न ही गरीबों-भूमिहीनों-दलितों के वाजिब हक़-अधिकार की ही गारंटी हो पायी है।
और आज जब भागलपुर में भूमिहीन दलित महिलायें वासभूमि मांगने आयी तो उनपर नीतीश सरकार के इशारे पर डीएम-एसडीओ ने बर्बर लाठीचार्ज कराया। जिसमें 6 महिलायें बुरी तरह जख्मी हुई और 6 लोगों को जेल भेजते हुए 17 ज्ञात व 300 अज्ञात लोगों पर मुकदमा दर्ज करा दिया। दर्जनों लोग इस बर्बर लाठीचार्ज में घायल हुए थे।
नेताओं ने कहा कि नीतीश सरकार के प्रशासन की बर्बरता और मुकदमे से भूमिहीनों-दलितों-वंचितों के अधिकार की लड़ाई रुकने वाली नहीं है। पूरे राज्य और भागलपुर में भूदान, सरकारी, गैर मजरुआ व शिलिंग से फाजिल जमीन पर राज्य सरकार श्वेत पत्र जारी करे। राज्य में भूमिहीनों और पर्चाधारियों की जमीन की अद्यतन स्थिति पर भी राज्य सरकार श्वेतपत्र जारी करे और पर्चाधारी भूमिहीनों को भूमि दखल दिलाने में नाकामी की जिम्मेवारी किसकी है बताये!
नेताओं ने कहा कि दलितों-भूमिहीन महिलाओं के बर्बर दमन के न्याय, फर्जी मुकदमे की वापसी और भूमि अधिकार की निर्णायक लड़ाई लड़ी जायेगी। नये साल के एक तारीख को इसके दूसरे चरण की शुरुआत की गई और 1 जनवरी को सैंडिस् कम्पाउंड में नव वर्ष मेले में पोस्टर प्रदर्शनी लगाई गई, जिसमें महिलाओं पर बर्बर पुलिस लाठीचार्ज की तस्वीर लगे पोस्टर लगाये जाएंगे। 1 जनवरी को ही इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री और उच्च न्यायालय के मुख्यन्यायाधीश के नाम से हस्ताक्षर अभियान की शुरुआत भी की गई। 1 तारीख से ही मुख्यमंत्री को इस सवाल पर पोस्ट कार्ड भेजने की भी शुरूआत की गई। जनवरी की ही 18 तारीख को इस पूरे सवाल पर राज्य की राजधानी पटना में मार्च करेंगे और न्याय की आवाज बुलन्द करेंगे।
नेताओं ने कहा कि आगामी 29 जनवरी को भागलपुर में दलितों-वंचितों-भूमिहीनों के भूमि अधिकार व इन्साफ के सवाल पर बड़ा कन्वेंशन आयोजित किया जाएगा। कन्वेंशन में भागलपुर जिले के आस-पास के जिलों के लोग भी शामिल होंगे।
संवाददाता सम्मेलन को न्याय मंच के नेता रिंकु, डॉ. मुकेश कुमार एवं जनसंसद के प्रवक्ता रामानंद पासवान, प्रगतिशील छात्र संगठन के अंजनी आदि ने संबोधित किया। उक्त अवसर पर रामपूजन, महेश अम्बेडकर, गोवर्द्धन दास, शंकर दास, जयप्रकाश दास, सीताराम दास, अजीत, परमानंद, संजीव कुमार, स्वतंत्र पत्रकार आशुतोष आर्यन सहित अन्य लोग मौजूद
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भागलपुर कलक्ट्रियेट में पिछले 8 दिसम्बर को भूमिहीन दलित भूमिहीन महिलाओं पर हुए बर्बर पुलिसिया दमन के दोषी पदाधिकारियों को बचा रही है नीतीश सरकार : #न्याय_मंच एवं #जनसंसद ने भागलपुर में प्रेस कन्फ्रेंस में लगाया यह आरोप.
नेताओं ने कहा कि नीतीश-लालू राज में गरीबों-दलितों की केवल बातें ही होती रही है। पिछले 27 साल से लालू-नीतीश के सत्ता में रहते हुए बिहार में न तो भूमिसुधार लागू हुआ और न ही गरीबों-भूमिहीनों-दलितों के वाजिब हक़-अधिकार की ही गारंटी हो पायी है।
और आज जब भागलपुर में भूमिहीन दलित महिलायें वासभूमि मांगने आयी तो उनपर नीतीश सरकार के इशारे पर डीएम-एसडीओ ने बर्बर लाठीचार्ज कराया। जिसमें 6 महिलायें बुरी तरह जख्मी हुई और 6 लोगों को जेल भेजते हुए 17 ज्ञात व 300 अज्ञात लोगों पर मुकदमा दर्ज करा दिया। दर्जनों लोग इस बर्बर लाठीचार्ज में घायल हुए थे।
नेताओं ने कहा कि नीतीश सरकार के प्रशासन की बर्बरता और मुकदमे से भूमिहीनों-दलितों-वंचितों के अधिकार की लड़ाई रुकने वाली नहीं है। पूरे राज्य और भागलपुर में भूदान, सरकारी, गैर मजरुआ व शिलिंग से फाजिल जमीन पर राज्य सरकार श्वेत पत्र जारी करे। राज्य में भूमिहीनों और पर्चाधारियों की जमीन की अद्यतन स्थिति पर भी राज्य सरकार श्वेतपत्र जारी करे और पर्चाधारी भूमिहीनों को भूमि दखल दिलाने में नाकामी की जिम्मेवारी किसकी है बताये!
नेताओं ने कहा कि दलितों-भूमिहीन महिलाओं के बर्बर दमन के न्याय, फर्जी मुकदमे की वापसी और भूमि अधिकार की निर्णायक लड़ाई लड़ी जायेगी। नये साल के एक तारीख को इसके दूसरे चरण की शुरुआत की गई और 1 जनवरी को सैंडिस् कम्पाउंड में नव वर्ष मेले में पोस्टर प्रदर्शनी लगाई गई, जिसमें महिलाओं पर बर्बर पुलिस लाठीचार्ज की तस्वीर लगे पोस्टर लगाये जाएंगे। 1 जनवरी को ही इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री और उच्च न्यायालय के मुख्यन्यायाधीश के नाम से हस्ताक्षर अभियान की शुरुआत भी की गई। 1 तारीख से ही मुख्यमंत्री को इस सवाल पर पोस्ट कार्ड भेजने की भी शुरूआत की गई। जनवरी की ही 18 तारीख को इस पूरे सवाल पर राज्य की राजधानी पटना में मार्च करेंगे और न्याय की आवाज बुलन्द करेंगे।
नेताओं ने कहा कि आगामी 29 जनवरी को भागलपुर में दलितों-वंचितों-भूमिहीनों के भूमि अधिकार व इन्साफ के सवाल पर बड़ा कन्वेंशन आयोजित किया जाएगा। कन्वेंशन में भागलपुर जिले के आस-पास के जिलों के लोग भी शामिल होंगे।
संवाददाता सम्मेलन को न्याय मंच के नेता रिंकु, डॉ. मुकेश कुमार एवं जनसंसद के प्रवक्ता रामानंद पासवान, प्रगतिशील छात्र संगठन के अंजनी आदि ने संबोधित किया। उक्त अवसर पर रामपूजन, महेश अम्बेडकर, गोवर्द्धन दास, शंकर दास, जयप्रकाश दास, सीताराम दास, अजीत, परमानंद, संजीव कुमार, स्वतंत्र पत्रकार आशुतोष आर्यन सहित अन्य लोग मौजूद
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