जात का चूहड़ा और टट्टी उठाने में शर्म आती है!

स्वदेश दीपक का नाटक 'कोर्ट मार्शल' पढ़िए। सब कुछ साफ़ हो जायेगा.....
एक संवाद पढ़िए-
"तुम्हारे खून में भी वही बगावत है।तुम सारी फ़ौज को बदनाम कर रहे हो। यू आर ए ब्लडी नक्सलाइट। यू बिलोंग टू द फेमिली ऑफ़ मर्डरर्ज । तुम...."
एक अन्य संवाद में तथाकथित छोटी जाति के अपने अर्दली को कैप्टन कपूर कहते है,
'जात का चूहड़ा और टट्टी उठाने में शर्म आती है! तुम्हारे पुरखे पुश्तों से हम लोगो की टट्टी की टोकरी सिर पर उठा रहे है'....

शालू की फेसबुक वाल से। 

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