गाव मेटापाल,जिला बीजापुर,थाना गंगलूर
ये वो जगह है जहां है 16 दिसंबर को फर्जी मुठभेड़ में एक नाबालिग की ह्त्या कर दी गयी और उसको नक्सली बता दिया गया था।इसके बाद वहा के लोगो ने लाश के साथ थाने के बाहर प्रदर्शन किया था।कुछ नही होने पर छ ग हाई कोर्ट की शरण में आये थे और JagLAG के वकीलो ने इस केस को लिया था।
उस दौरान जब हम उस गाव में जा रहे थे शासन की पूरी टीम व कुछ मीडिया के साथियो के साथ तो रास्ते के कुछ नजारे ऐसे थे जिससे लगा की क्या हम आजाद भारत में ही साँस ले रहे है?? जहा मोदी जी बड़ी बड़ी फेकते है कि डिजिटल इंडिया वाली बकवास बाते करते है,उनको ऐसे न कितने गाव है जहा आज भी मूलभूत सुविधाये नही है।बाते बड़ी बड़ी करते है ये चोर नेता लोग...मोदी को ऐसे गाव के बारे में इनके खुद के नेता गलत जानकारी देते है और खुद के पास
मोदी के पास ज्ञान और जानकारी के नाम पर ढक्कन है सिर्फ.....एक छोटा सा वीडियो देख लीजिये समझ जाएंगे...एक ही तालाब उसमे ही नहाना,कपड़े और बर्तन भी धोना और उसका ही ठहरा हुआ पानी पीने को किस तरह मजबूर है ये गाव वाले,हम यही गए थे शासन के लोगो के ही साथ और पुलिस और उनके गुंडे बोलते है कि हम जंगल में नक्सली कमांडर से पैसे लेने गए....
सच्चाई सामने न आये,इसीलिये डरती है ये बीजेपी की सरकार और इनकी पुलिस,तभी झूठे केस लगा के अंदर करने की साजिश करती है ये मानवाधिकार कार्यकर्ताओ या जो भी विरोध करे उस पर......देखिये आप भी छ ग जैसे रिच एरिया के पूअर लोगो को,और आप भी लोगो तक पहुचाइए इन सच्चाइयो को,क्यों कि ये हमारे ही देश का हिस्सा है।जहां लगातार इंसान कीड़े मकोड़े की तरह कुचल दिए जाते है।जहा संविधान नाम की कोई चीज नही है।
ये वो जगह है जहां है 16 दिसंबर को फर्जी मुठभेड़ में एक नाबालिग की ह्त्या कर दी गयी और उसको नक्सली बता दिया गया था।इसके बाद वहा के लोगो ने लाश के साथ थाने के बाहर प्रदर्शन किया था।कुछ नही होने पर छ ग हाई कोर्ट की शरण में आये थे और JagLAG के वकीलो ने इस केस को लिया था।
उस दौरान जब हम उस गाव में जा रहे थे शासन की पूरी टीम व कुछ मीडिया के साथियो के साथ तो रास्ते के कुछ नजारे ऐसे थे जिससे लगा की क्या हम आजाद भारत में ही साँस ले रहे है?? जहा मोदी जी बड़ी बड़ी फेकते है कि डिजिटल इंडिया वाली बकवास बाते करते है,उनको ऐसे न कितने गाव है जहा आज भी मूलभूत सुविधाये नही है।बाते बड़ी बड़ी करते है ये चोर नेता लोग...मोदी को ऐसे गाव के बारे में इनके खुद के नेता गलत जानकारी देते है और खुद के पास
मोदी के पास ज्ञान और जानकारी के नाम पर ढक्कन है सिर्फ.....एक छोटा सा वीडियो देख लीजिये समझ जाएंगे...एक ही तालाब उसमे ही नहाना,कपड़े और बर्तन भी धोना और उसका ही ठहरा हुआ पानी पीने को किस तरह मजबूर है ये गाव वाले,हम यही गए थे शासन के लोगो के ही साथ और पुलिस और उनके गुंडे बोलते है कि हम जंगल में नक्सली कमांडर से पैसे लेने गए....
सच्चाई सामने न आये,इसीलिये डरती है ये बीजेपी की सरकार और इनकी पुलिस,तभी झूठे केस लगा के अंदर करने की साजिश करती है ये मानवाधिकार कार्यकर्ताओ या जो भी विरोध करे उस पर......देखिये आप भी छ ग जैसे रिच एरिया के पूअर लोगो को,और आप भी लोगो तक पहुचाइए इन सच्चाइयो को,क्यों कि ये हमारे ही देश का हिस्सा है।जहां लगातार इंसान कीड़े मकोड़े की तरह कुचल दिए जाते है।जहा संविधान नाम की कोई चीज नही है।
Sahi h modi ko India me garibo ko dikhna chahiyea ki wo log ka bhala horaha hai ya nahi
जवाब देंहटाएंBahi hamare hidustan ke pm ko garibo ka dhiyan dete hue faisala Lena chahiyea
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