संदेश

घर आया हूँ. भागलपुर. थोड़ी सर्दी है...पर मज़ेदार मैं इधर रजाई में दुबका हुआ हूँ..बड़े भाई साब अपनी बेटी को कहानी सुना रहे हैं...नाई और राजा-रानी वाली .......अच्छा लग रहा है ये कहानी हमें बचपन में मामाजी सुनते थे. वो भी पास ही बैठे हुए हैं

ऐसे नहीं होगा, समाज को बनाने की भाषा तैयार करनी होगी

विनायक सेन की रिहाई के लिए दवाब हेतू आज जंतर-मंतर पर प्रदर्शन...यदि दिल्ली में हैं तो आपलोग जरूर आइये ... दिन- रविवार, १० बजे, स्थान- जंतर-मंतर , दिनांक- १५ जनवरी

विनायक सेन की रिहाई के लिए दवाब हेतू आज जंतर-मंतर पर प्रदर्शन...यदि दिल्ली में हैं तो आपलोग जरूर आइये

कई चहेरों के अन्दर होता है असली चेहरा

भारत में हर साल लगभग २२००० से ज्यादा आदमी हर साल सीवर की सफाई के दौरान दम घुटने से मारे जाते हैं...क्यूँ नहीं ये काम कुछ दिनों तक देश के ब्राह्मणों से करवाया जाय...जब आरक्षण की दरकार नहीं है तो सबको बराबरी पर मौका मिलना चाहिए,,दलित मंदितों में पूजा करवाएंगे और ब्रह्मण सीवर की सफाई करेंगे

२०१० की कुछ उपलब्धियां

कुंवर नटुआ दयाल एक अद्भूत कथा

राष्ट्रद्रोह, राजद्रोह और जनविद्रोह